कांग्रेस बताए I.N.D.I.A. ब्लॉक वजूद में है या नहीं – संजय राउत

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हम अपने रास्ते चुन लेंगे, लेकिन एक बार गठबंधन टूटा तो दोबारा नहीं बनेगा

बीते कुछ दिनों से विपक्षी गठबंधन को लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज है। शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने शुक्रवार को कहा, ‘मैं उमर अब्दुल्ला से सहमत हूं। यदि I.N.D.I.A. ब्लॉक के सहयोगियों को लग रहा है कि अब इसका कोई वजूद नहीं है तो इसके लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।’

उन्होंने कहा, ‘अगर गठबंधन सिर्फ लोकसभा के लिए था और अब इसका वजूद नहीं है तो कांग्रेस इसकी घोषणा कर दे, हम अपने-अपने रास्ते चुन लेंगे, लेकिन मैं बता दूं कि अगर एक बार I.N.D.I.A. ब्लॉक टूट गया तो दोबारा नहीं बन पाएगा, इसलिए पहले ये सोच लें कि आगे क्या होगा।’

इसके पास न कोई एजेंडा है और न ही कोई लीडरशिपउमर

राउत जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के बयान पर बात कर रहे थे। उमर ने गुरुवार को कहा था कि लोकसभा चुनाव के बाद इसकी कोई बैठक नहीं हुई। यह गठबंधन लोकसभा चुनाव तक ही था तो इसे खत्म कर देना चाहिए। इसके पास न कोई एजेंडा है और न ही कोई लीडरशिप

2024 के लोकसभा चुनाव तक के लिए बना था गठबंधन- तेजस्वी यादव

तेजस्वी यादव ने 8 जनवरी को इंडिया गठबंधन को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन सिर्फ 2024 के लोकसभा चुनाव तक के लिए बना था। वे कार्यकर्ता संवाद यात्रा पर बक्सर पहुंचे थे। जहां पत्रकारों ने उनसे दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस के बीच बढ़ती तकरार को लेकर सवाल किया था

1. सहयोगियों को शंका कि गठबंधन में सब ठीक है या नहीं हमने लोकसभा चुनाव एक साथ लड़े और अच्छे नतीजे मिले। आगे की योजना के लिए कांग्रेस को I.N.D.I.A. ब्लॉक की बैठक करनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इससे सहयोगियों के मन में शंका है कि I.N.D.I.A. ब्लॉक में सब कुछ ठीक है या नहीं।

2. I.N.D.I.A. ब्लॉक की तरह MVA में भी कोई तालमेल नहीं हमें पिछली गलतियों को सुधारने की जरूरत है। पिछले महाराष्ट्र चुनाव में कांग्रेस की स्टेट यूनिट सीटों के लिए सौदेबाजी कर रही थी, तब भी कांग्रेस आलाकमान ने दखल नहीं दिया। कई विधानसभा सीटें ऐसी थीं जहां NCP (SP) और शिवसेना (UBT) के पास अच्छे उम्मीदवार थे, लेकिन कांग्रेस ने उन पर दावा नहीं छोड़ा। I.N.D.I.A. गठबंधन की तरह महाराष्ट्र में भी MVA के बीच कोई तालमेल नहीं था।

3. दिल्ली चुनाव में कांग्रेस-भाजपा नहीं AAP जीतेगी मैं आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को राष्ट्र-विरोधी कहने वाले कांग्रेस नेताओं से सहमत नहीं हूं। दिल्ली में चुनाव में कांग्रेस या भाजपा नहीं बल्कि AAP जीतेगी। गठबंधन के दोनों दल अलग-अलग दिल्ली चुनाव लड़ रहे हैं। अच्छा होता कि दोनों एक साथ होते।

दिल्ली चुनाव में AAP के साथ 3 पार्टियां, कांग्रेस अकेली पड़ी

दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस अकेली पड़ गई है। AAP को समाजवादी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस और शिवसेना (UBT) का सपोर्ट मिल चुका है। केजरीवाल ने इन पार्टियों को समर्थन के लिए शुक्रिया कहा है।

शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत ने कहा कि भाजपा ने चुनाव से पहले प्रोजेक्ट लॉन्च किए और फिर 5 साल कुछ नहीं किया। दिल्ली की जनता अरविंद केजरीवाल के साथ है।

दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर 5 फरवरी को वोटिंग होगी। 8 फरवरी को नतीजे आएंगे।

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