सौरभ शर्मा केस में मंत्रियों पर सवाल उठा रहे हैं जीतू पटवारी; तीन एजेंसियां नहीं कर पाईं ठोस कार्रवाई
सौरभ शर्मा केस को लेकर पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने बड़ा हमला बोला है। उन्होंने सवाल किया है कि सरकार के मंत्रियों से अब तक पूछताछ क्यों नहीं की गई है? परिवहन विभाग के मौजूदा और पिछले मंत्री से क्यों पूछताछ नहीं हुई ? जिस देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं ना खाऊंगा ना खाने दूंगा। वहां 5 महीने का एक हिसाब 50 करोड़ रूपए का है। जांच एजेंसी पर भाजपा नेताओं का दबाव बनाया जा रहा है। दरअसल भोपाल में इनोवा कार से पकड़े गए 54 किलो गोल्ड और 11 करोड़ कैश मामले में एक डायरी के कुछ पन्ने सामने आए हैं। दावा किया जा रहा है कि ये पन्ने पूर्व परिवहन कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा की डायरी के हैं। गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में करोड़ों की काली कमाई करने वाले पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा मामले में डायरी के कुछ पन्ने सामने आए हैं। जिसमें दावा किया जा रहा है कि पन्ने सौरभ शर्मा की डायरी के हैं। इसके बाद पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने जांच एजेंसियों के ऊपर सवाल खड़े किए।उन्होंने कहा कि तीन-तीन जांच एजेंसियां जांच कर रही हैं, लेकिन कोई अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
पीसीसी चीफ ने पीएम से किया आग्रह
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने पीएम नरेंद्र मोदी से आग्रह करते हुए कहा कि मामले की जल्द कार्रवाई की जाए। सौरभ शर्मा को सुरक्षा मुहैया कराई जाए और पता लगाया जाए कि वह कहां पर है। शासन और प्रशासन की ओर से देरी की जाएगी उतने सवाल उठते जाएंगे। पटवारी ने कहा कि सौरभ शर्मा के यहां पर लोकायुक्त, आयकर विभाग और ईडी ने छापेमारी की थी। जिसमें 100 करोड़ से अधिक की संपत्ति, 11 करोड़ रुपए कैश और 55 किलो सोना बरामद हुआ था। छापेमारी की कार्रवाई में एक डायरी का जिक्र हुआ था। इस डायरी को पब्लिक डोमेन में लाना चाहिए।

डायरी में लिखे हुए टीएम और टीसी का क्या मतलब
आगे पटवारी ने कहाकि डायरी में 5 महीने के दौरान हुए 50 करोड़ रुपए का हिसाब दिया गया है। डायरी के छह पेज सामने आए हैं। जिसमें उल्लेख किया गया है कि पैसा कहां से आया और कहां चला गया। पन्नों पर टीएम और टीसी भी लिखा हुआ है। ये क्या हैं। क्या टीसी का मतलब ट्रांसपोर्ट कमिश्नर और टीएम का मतलब ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर का कोड वर्ड है? साथ ही जीतू पटवारी ने यह भी सवाल उठाया कि डायरी के 60 पेज कहां हैं, क्योंकि डायरी तो 66 पन्नों की है।
दो मुख्य मंत्रियों के साथ सौरभ ने किया काम
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी से मेरे कुछ सवाल हैं। दो-दो मुख्यमंत्री पहले शिवराज जी और अब मोहन यादव के साथ सौरभ शर्मा ने काम किया। यह जो संयुक्त लूट हुई है। यह मध्यप्रदेश की जनता से उगाही हुई लूट है। डायरी के 6 पन्नों में एक चेकपोस्ट से 1536 करोड़ रुपए का हिसाब है। दूसरा हिसाब 103 करोड़ और तीसरा हिसाब 155 करोड़ का वन टाइम पेमेंट का हिसाब छह पन्नों में तो फिर 66 पन्नों में क्या होगा। मतलब 1300 करोड़ के लगभग 6 पन्नों में आया है तो 66 पन्नों में क्या आया होगा? या फिर सरकारी एजेंसी बताएगी कि 6 पन्ने कहां से आए।
पटवारी ने कहा कि इस मामले में न किसी की गिरफ्तारी हुई है और न किसी से पूछताछ। ऐसा लग रहा है कि जांच एक जगह आकर रुक गई है। इसके पीछे कौन है, यह पता लगाना जरूरी है। पटवारी ने जांच को जल्द और पारदर्शी तरीके से पूरा करने की मांग की, ताकि सच्चाई सामने आ सके। पटवारी ने कहा कि सौरभ शर्मा के यहां लोकायुक्त, आयकर विभाग और ईडी ने छापेमारी की थी, जिसमें 100 करोड़ रुपए की संपत्ति, 11 करोड़ रुपए नगद और 55 किलो सोना बरामद हुआ था। इस छापेमारी में एक डायरी का जिक्र हुआ था, जिसे मैंने कई बार उठाया है। यह डायरी पब्लिक डोमेन में आनी चाहिए।