हेमंत कटारे को आखिर किसने कराए दस्तावेज उपलब्ध, किससे मैनेज हो रहे हैं हेमंत कटारे ?
बुंदेलखंड के दो दिग्गज नेताओं के पास रहा कुबेर (परिवहन) मंत्रालय
मध्यप्रदेश में परिवहन आरक्षक रहे सौरभ शर्मा पर तेज हुई सियासी जंग
कांग्रेस विधायक ने पूर्व परिवहन मंत्री भूपेन्द्र सिंह पर लगाए गंभीर आरोप
क्या सौरभ शर्मा के चक्कर में लूट जाएगी बुंदेलखंड के दो दिग्गजों की सल्तनत ?
मध्यप्रदेश में एक पूर्व मंत्री और एक वर्तमान मंत्री की सियासी जंग तेज है। ये दोनो ही बुंदेलखंड के कद्दावर नेता हैं। दरअसरल पिछले दिनों सौरभ शर्मा के यहां जो छापे पड़े और नकदी जेवरात के साथ जो दस्तावेज बरामद हुए, जो बड़े खुलासे हुए। और जिस डायरी में बड़े बड़े नाम होने की बात कही जा रही है। उसने कई लोगों के दिलों की धड़कन बड़ा रखी है। कई बड़े और सफेदपोश नामों के खुलासा होने का डर बहुत सारे लोगों को सता रहा है। लेकिन वो कहते हैं न कि बंद मुट्ठी लाख की और खुल गई ता खाक की। कुछ ऐसा ही इस मामले में भी है। अब इस पूरे मामले में पूर्व परिवहन मंत्री भूपेन्द्र सिंह की चुनौती के जवाब में कांग्रेस ने मामले से जुड़े दस्तावेज जारी किए हैं। विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने आरोप लगाया है कि “परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा की अनुकंपा नियुक्ति के मामले में पूर्व परिवहन मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने ही नियम विरूद्ध तरीके से अनुशंसा की थी और इसके बाद विभाग में उसे नियुक्ति दी गई। कटारे ने कहा कि वे इससे जुड़े दस्तावेज लोकायुक्त को सौंपेंगे। पूर्व परिवहन मंत्री और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध करने की मांग करेंगे।

कटारे ने आरोप लगाया कि विभाग में नियुक्ति के पहले ही सौरभ शर्मा चेक पोस्ट पर उगाही का काम करता था। उसके इसी हुनर को देखकर पूर्व मंत्री ने उसे परिवहन विभाग में नियुक्ति कराई। अब एजेंसियां सौरभ शर्मा को इसीलिए खोजकर गिरफ्तार नहीं कर रहीं, ताकि बड़े लोगों की पोल न खुल सके।

हेमंत कटारे का भूपेंद्र सिंह पर बड़ा आरोप
उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में पत्रकार वार्ता में आरोप लगाया कि “सौरभ शर्मा कहां है, यह प्रदेश की पुलिस अब तक पता ही नहीं कर पाई, या यह भी हो सकता है कि एजेंसियां उसे फरार रखे हुए हैं, ताकि बड़े लोगों की पोल न खुल सके। उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व परिवहन मंत्री भूपेन्द्र सिंह की कृपा से ही सौरभ शर्मा को परिवहन विभाग में पदस्थ किया गया। उनकी ही कृपा से ही आरक्षक होते हुए भी सौरभ शर्मा को बड़े चेक पोस्ट पर तैनात रखा गया।
सौरभ शर्मा के पास था सागर के मालथौन चेक पोस्ट का जिम्मा
जिन चेक पोस्ट पर इंस्पेक्टर को तैनात होना चाहिए, ऐसे कई पोस्टों पर अकेले सौरभ शर्मा को प्रभार सौंपा गया। भूपेंद्र सिंह परिवहन विभाग से नगरीय प्रशासन मंत्री बने, तब भी सागर के मालथौन चेक पोस्ट का जिम्मा सौरभ शर्मा को दिया गया। भूपेन्द्र सिंह के स्टाफ में पदस्थ सेंगर के माध्यम से सौरभ शर्मा से कलेक्शन किया जाता था। उन्होंने कहा कि हाल ही में भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि उनका सौरभ शर्मा से कोई लेना देना नहीं रहा और मंत्री को आरक्षक की नियुक्ति संबंधी अधिकार नहीं होते, तो फिर पूर्व मंत्री ने सौरभ शर्मा की अवैध तरीके से अनुकंपा नियुक्ति की अनुशंसा क्यों की थी?”

प्रकरण पंजीबद्ध करने की मांग
हेमंत कटारे ने आरोप लगाया कि “सरकार की अनुकंपा नियुक्ति नीति में प्रावधान है कि यदि अनुकंपा नियुक्ति के मामले में संबंधित विभाग में कोई पद खाली नहीं है तो ऐसे मामले में संबंधित को संविदा नियुक्ति पर रखा जाता है. जब विभाग में पद खाली होते हैं, तो उसे नियमित किए जाने का प्रावधान है. नियमों की अनदेखी करते हुए पूर्व मंत्री द्वारा नोटशीट लिखी गई थी. इसके बाद जब परिवहन विभाग ने सौरभ शर्मा की नियुक्ति संबंधी आदेश जारी किया तो उसमें तत्कालीन परिवहन मंत्री भूपेन्द्र सिंह की 14 सितंबर 2016 को भेजी गई नोटशीट का हवाला दिया था. कांग्रेस नेता ने कहा कि वे इससे जुड़े दस्तावेज लोकायुक्त को सौंप कर कार्रवाई करने की मांग करेंगे.”
भूपेन्द्र सिंह ने हेमंत कटारे को बताया मैनेज होने वाला नेता
पूर्व गृह एव परिवहन मंत्री और बीजेपी विधायक भूपेन्द्र सिंह ने कांग्रेस नेता हेमंत कटारे के लगाए आरोपों को खरिज करते हुए कहा है कि, ”हेमंत कटारे मैनेज होकर आरोप लगाते हैं, ऐसे कई उदाहरण हैं. मेरे परिवहन मंत्री के कार्यकाल में सौरभ शर्मा कभी भी मेरे विधानसभा खुरई के मालथौन चेकपोस्ट पर पदस्थ नहीं रहा. यदि हेमंत कटारे प्रमाणित करें, तो मैं राजनीति से सन्यास ले लूंगा और इन झूठे आरोपों को लेकर हेमंत कटारे पर मानहानि का केस करूंगा.”

हेमंत कटारे की कॉल डिटेल की जांच हो
पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा है कि, ”हेमंत कटारे मैनेज होकर प्रेसवार्ता करते हैं. ये कई मामलों में सिद्ध हो चुका है। विधानसभा में जो आरोप लगाते हैं, बाद में उसी के समर्थन में पत्र लिखते हैं.” उन्होंने बताया कि, ”हेमंत कटारे ने व्यापम घोटाले के आरोपी सुधीर शर्मा पर आरोप लगाने के बाद खंडन किया था। विपक्ष में रहकर सरकार के खिलाफ जो विषय उठाए, बाद में कैसे मैनेज हुए, यह हेमंत कटारे बताएं.” उन्होंने कहा कि, ”हेमंत कटारे खुद महिला पत्रकार के साथ दुष्कर्म के आरोपी रहे हैं. एफएसएल जांच में दुष्कर्म को किस तरह पॉजिटिव से नेगेटिव कराया गया, यह कहानी मैं बताउंगा। हेमंत कटारे का आईएसबीटी पर पेट्रोल पंप और भोपाल में संपत्तियां कहां से आईं, ये बताएं.”