आंबेडकर विरोधी है कांग्रेस की फितरत: सीएम योगी  

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नेहरू नहीं चाहते थे कि बाबा साहेब संविधान समिति का हिस्सा बनें: योगी

लखनऊ, 24 दिसंबर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अपने सरकारी आवास पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान कांग्रेस और अन्य पार्टियों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की फितरत हमेशा आंबेडकर विरोधी रही है। ये समाज का विभाजित करने के लिए राजनीति करना चाहते हैं। सीएम ने कहा कि कांग्रेस का इतिहास दलितों को वंचित रखना रहा है। तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू नहीं चाहते थे कि बाबा साहेब संविधान समिति का हिस्सा बनें। यूपीए सरकार में बाबा साहेब के चित्र को नेहरू द्वारा कोड़े मारते दिखाया गया था। इसके लिए तत्कालीन मानव संसाधन मंत्री कपिल सिब्बल को माफ़ी मांगनी पड़ी थी।

नेहरू को मुसलमानों की चिंता थी, दलित और वंचित की नहीं

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कांग्रेस ने बाबा साहेब को चुनाव हराया था। कांग्रेस नहीं चाहती थी कि बाबा साहेब लोकसभा में जाएं। कांग्रेस ने कभी भी बाबा साहेब के परिनिर्वाण के बाद स्मारक नहीं बनने दिया। बाबा साहेब ने इस्तीफा देते समय कांग्रेस पर आरोप लगाया था कि कांग्रेस और नेहरू को वंचितों-दलितों की नहीं, मुसलमान की चिंता है। वंचितों और दलितों के लिए आंदोलन को आगे बढ़ाने वाले बाबा साहेब को लोकसभा की किसी समिति का सदस्य नहीं बनाया गया। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के आंदोलन, संविधान निर्माण और स्वतंत्र भारत में बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर का बड़ा योगदान था। वह भारत माता के महान सपूत थे। उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में तमाम प्रकार के सामाजिक बंधनों का सामना करते हुए उच्च शिक्षा अर्जित की। उन्होंने अर्थव्यवस्था और कानून के क्षेत्र में दुनिया की सर्वश्रेष्ठ डिग्री अर्जित की। उन्होंने भारत को अपने उस ज्ञान से आलोकित करने में अपनी पूरी ताकत लगाई।

कांग्रेस जैसा ही इतिहास समाजवादी पार्टी का भी: सीएम

सीएम ने कहा कि यूपीए सरकार के प्रधानमंत्री ने भी कहा था कि देश के संसाधन पर पहला अधिकार मुसलमान का है। सीएम ने पूछा कि क्या वंचित-दलित का नहीं है? कांग्रेस जैसा इतिहास ही समाजवादी पार्टी का है। कन्नौज में बाबा साहब आंबेडकर के नाम पर बने कॉलेज से उनका नाम हटा दिया गया। सहारनपुर मेडिकल कॉलेज से नाम हटा दिया गया। उन्होंने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह के आधे-अधूरे बयान को पेश कर राजनीति की जा रही है। कांग्रेस और सपा ने गफलत पैदा करने का प्रयास किया है। सपा सरकार के समय सुपर सीएम ने बाबा साहेब पर क्या कहा था, यह किसी से छिपा नहीं है। राहुल गांधी बताएं कि क्या संसद में बीजेपी सांसद पर हमला संवैधानिक माना जाएगा। कांग्रेस और सपा को देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। इनके कृत्य सफल नहीं होंगे। जनता उन्हे बार-बार ख़ारिज कर चुकी है, आगे भी खारिज करेगी। हम सब जानते हैं कि देश की आजादी के आंदोलन और संविधान निर्माण ने बाबा साहेब का बड़ा योगदान था। सीएम ने कहा कि भारत के संविधान शिल्पी के रूप में भारत वासी बाबा साहेब का सम्मान करते हैं। बाबा साहेब के सपनों का भारत बनाने के लिए बीजेपी ने ईमानदारी से काम किया है।

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