मुख्यमंत्री और अन्य नेताओं ने की हमले की निंदा, बोले- नक्सलवाद समाप्त करने प्रतिबद्धत
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में सुरक्षाबलों के काफिले पर नक्सिलियों ने बड़ा हमला किया है। इस हमले में 8 जवानों समेत एक नागरिक ड्राइवर शहीद हो गए हैं। एक वाहन में डीआरजी या डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड के जवान सवार थे, जिसे निशाना बनाते हुए नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट किया. बताया जा रहा है कि विस्फोटक लदे वाहन को सुरक्षाबलों के काफिले के पास विस्फोट किया गया, जिससे वाहन के परखच्चे उड़ गए। हमला इतना खौफनाक था कि विस्फोट वाली जगह एक बड़ा गड्ढा हो गया।
सुरक्षाबलों पर नक्सलियों का हमला ऐसे समय में हुआ है जब उनका एक एंटी-नक्सली ऑपरेशन चल रहा है। मसलन, बीजापुर में सुरक्षाबलों की टीम अपना ऑपरेशन पूरा करके वापस लौट रही थी, जब नक्सलियों ने उन्हें निशाना बनाया। जवानों की टीम कुटरू थाना के गांव अंबेली के पास पहुंची थी, वे कुटरू-बेद्रे रोड पर थे जब उनपर हमला किया गया। हमले में शहीद होने वालों में डीआरजी के 8 जवान, और एक नागरिक ड्राइवर शामिल हैं।
दो साल में सुरक्षाबलों पर सबसे बड़ा हमला!
बस्तर रेंज के पुलिस इंस्पेक्टर जनरल सुंदरराज पी ने बताया कि यह घटना कुटरू थाना के अंबेली गांव के पास उस समय हुई जब सुरक्षाकर्मी नक्सल विरोधी अभियान के बाद अपने स्कॉर्पियो वाहन से लौट रहे थे।उन्होंने बताया कि डीआरजी राज्य पुलिस की एक इकाई है। अधिकारी ने बताया कि पिछले दो वर्षों में नक्सलियों द्वारा सुरक्षाकर्मियों पर यह सबसे बड़ा हमला है। इससे पहले 26 अप्रैल, 2023 को पड़ोसी दंतेवाड़ा जिले में सुरक्षाकर्मियों को ले जा रहे एक काफिले का हिस्सा रहे वाहन को नक्सलियों ने उड़ा दिया था, जिसमें दस पुलिस कर्मियों और एक नागरिक ड्राइवर की मौत हो गई थी।
बीजापुर हमले पर क्या बोले मुख्यमंत्री विष्णु साय?
मुख्यमंत्री ने कहा, “बीजापुर जिले के कुटरू में नक्सलियों द्वारा किए गए आईईडी ब्लास्ट में 8 जवानों सहित एक वाहन चालक के शहीद होने की खबर अत्यंत दुःखद है। बस्तर में चल रहे नक्सल उन्मूलन अभियान से नक्सली हताश हैं और विचलित होकर ऐसी कायराना हरकतों को अंजाम दे रहे हैं। जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी, नक्सलवाद के खात्मे के लिए हमारी यह लड़ाई मजबूती से जारी रहेगी।